झुंझुंनू के शाहीन बाग में तीसरे दिन धरने में हजारों महिलाओं ने की शिरकत-आंचलिक ख़बरें-संजय सोनी

Aanchalik Khabre
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संविधान से खिलवाड़ एवं कौमी ऐकता को तोड़ने का प्रयास कर रही केंद्र सरकार : कासमी

झुंझुनू।सर्व समाज लोकतांत्रिक मंच के बैनर तले झुंझुनू के कर्बला मैदान में चल सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में 56 घंटे का शाहीन बाग में तीसरे दिन बुधवार को हजारों की संख्या में महिलाएं पहुंची।सांझी विरासत मंच दिल्ली के अध्यक्ष चौधरी अकबर कासमी ने कहा कि पूरी दुनिया में सीएए, एनआरसी का विरोध हो रहा है,केन्द्र सरकार देश में हर क्षेत्र में फैल हो रही हैं,बेरोजगारी को दूर करने के बजाय संविधान से खिलवाड़ एवं कौमी ऐकता को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं, नोटबंदी में देश को लाईन में खड़ा किया, वर्तमान में देश के आर्थिक हालात बहुत कमजोर हो रहे हैं,इस पर ध्यान देने की जरूरत है।उन्होनें कहा कि बीजेपी सरकार को महात्मा गांधी,बाबा भीमराव अंबेडकर, ज्योतिबा फुले,झांसी की रानी की विचारधारा को सामने रखकर और उसे मजबूती से पकड़र कार्य करना चाहिए ना कि देश को तोड़ने वाली विचारधारा को ध्यान में रखकर देश चलाया जाएं,उन्होनें कहा कि झुंझुनू के शाहिन बाग की आवाज दिल्ली तक गुंजी हैं, वीरों की धरती झुंझुनू में आज हजारों की संख्या में आई महिलाओं की आवाज गुंजी है।
इस दौरान फूल सिंह ढ़ेवा बोले कि यह बीजेपी के लीडर इंसान है और इंसान की औलाद बनकर इंसानी फितरत से हर वर्ग के लोगों से मुहब्बत कर उनके कल्याण के बारे में सोचकर कार्य करें।शहर काजी शफी उल्लाह सिदिकी ने अल्लामा ईकबाल का शेयर पढ़ते हुए कहा कि पत्थर की मूर्ति में समझाती खुदा है, खाके कदम में पत्थर की मूर्ति खुदा है, उन्होनें कहा कि लाखों लोगों ने लड़कर देश को आजाद करने में अपनी कुर्बानिया दी,देश में इस तरह के काले कानून की जरूरत नहीं हैं,बल्कि रोजगार,आर्थिक मंदी को दूर करने की जरूरत है।
एडवोकेट फूल सिंह बड़बर ने कहा कि चाहे कितना ही कानून बने देश में किसी भी धर्म के लोग कायरता नहीं दिखाएंगे,बीजेपी देश को बांटना बंद करे,पूरे मुल्क में महिलाएं बच्चे, बुढ़े सड़को पर है,बीजेपी सरकार शाहीन बाग की औरतों से मिलकर इनकी मांग स्वीकार करें। सीकर से आई शाहिन बाग की संचालक फरबा अदबा खत्री ने कहा कि ये बीजेपी ने काला कानून लागू तो कर दिया पर ये कानून अब बीजेपी के गले की फांस बन गया सीएए कानून,हर प्रंथ,हर धर्म,हर ग्रथं का व्यक्ति इस काले कानून का विरोध कर रहा हैं,करोडो़ महिलाएं पूरी दुनिया में सड़क पर है,बीजेपी सरकार बैदार आवाम से जीत नहीं सकती, इस कानून को हम नहीं मानते के नारे लगवाएं, हर मस्लिम और हिन्दुस्तानी हूबूल वतनी है, इतिहास लिखा जाएगा,जब इस काले कानून का विरोध भी लिखा जाएगा।इस दौरान सीकर शाहिन बाग के एडवोकेट सलीम खां बोले कि केंद्र सरकार संविधान को तोड़ना बंद करें,आवाम की आवाज सुने,मोदी जी इन्हीं आवाम की वजह से पीएम बने,तो उनका हक है कि वह शाहीन बाग की महिलाओं की बात मानकर सीएए और एएनआरसी,एएनपीआर कानून को वापस ले लेवें।इस दौरान विधाधर गिल ने कहा कि एकता का राज चलेगा हिंदु मुस्लिम साथ चलेगा,आज इस तरह के कानून को बचाने की लड़ाई हैं,बीजेपी की मंशा है कि संविधान को पलटा जाए,उन्होनें कहा कि सामाजिक समरसता को कभी हावी नहीं होने देंगे।हिंदू-मुस्लिम कंधा से कंधा मिलाकर इस केंद्र सरकार से काले कानून को वापस लेने के लिए देश हित में लड़ाई लड़ी जाएगी।उन्होनें कहा कि बीजेपी देश में माहौल बिगाड़ रही हैं बीजेपी,मोदी जी शाहिन बाग की शेरनियों की बात मानकर काले कानून को वापस लेवें। फूल सिंह ढ़ेवा ने कहा बेरोजगारी,शिक्षा, चिकित्सा पर चुनाव से पहले बोलने वाली बीजेपी सरकार आज देश को तोड़ने और हर वर्गो को बांटने वाले काले कानून लागू कर रही,इनकेमंशुबे को कामयाब नहीं होने देंगे। मांगीलाल मंगल बोले कि आजादी की लड़ाई में हिंदु-मुस्लिम सभी ने योगदान दिया था, लेकिन केंद्र सरकार हिंदु मुस्लिम अलग करके देश को बांटने में लगी है,ये कतई बर्दास्त नहीं होगा,हर वर्ग बीजेपी से त्रस्त हो रहा है, महंगाई चरम पर है,पर ये सरकार हर चीज को भुलाकर हिंदु मुस्लिम कराने में लगी हुई है,ये कानून वापस लेने होगा,संविधान की धज्जियां उढ़ाई जा रही हैं,विरोध करने वालों पर लाठिया चलाना कहा का अधिकार है। इस दौरान राजकरण सिंह बोले कि देश हित में किए जाने वाले कार्य करें केंद्र सरकार,देश को बांटने वाले काम को बंद करें,भीम आर्मी के विकी राजोरिया ने कहा कि भीम आर्मी शाहीन बाग की आवाज बुलंद करने में कोई कौर कसर नहीं छोड़ रही है,बीजेपी सरकार केवल अपनी सोच रही है,उनके नेता रोजाना जहर उगल रहे हैं,इस कानून को विरोध जारी रहेगा और केंद्र सरकार को झुकना पड़ेगा। जया कटारिया ने कहा कि इस देश में पहले लोग सभी लोग सौहार्द से रहते थे,मगर बीजेपी सरकार ने हर हदे पार करकर देश को बांटना शुरू कर दिया,देश में लाखों महिलाओं की आवाज को नकारा जा रहा है,पर जब ये महिलाएं अपनी आवाज में हुंकार भरेंगी तो सरकार को इस काले कानून को वापस लेना होगा,विकी कटारिया ने कहा कि अब वक्त महिलाओं को मजबूत होने का समय है, सरकार एक इंच तो क्या पूरी सरकार को बैकफुट पर आना होगा।संकल्प सेवा संस्थान वारिसपुरा की सचिव बबीता ने कहा कि अब महिलाएं घरों से निकलकर बाहर आएं और अपने मौलिक अधिकार के प्रति जागरूक बनकर देश के संविधान के खिलाफ रचे जा रहे इस षड्यंत्र को उखाड़ फैंके।गजलकार एवं शायर रमजान रिजवी ने गजल के माध्यम से कहा कि केंद्र सरकार को मजबूत करने में हमरी भूमिका रही,उन्होनें गजल के जरिये कहा कि “ढूंढने निकले थे, एक खुशी पर हाथ में गम के खजाने पकड़ा दिए गए, “इस दौर में आज फैसला भी हमें कातिल सुनाने आ गए हैं, या खुदा कैसे जमाने आ गए हैं, के माध्यम से केंद्र सरकार के काले कानून को धेरा। ऐ मालिक तेरे बंदे हम, ऐसे हो हमारे कदम, उन्होनें भजन के माध्यम से रधुपति राधव राजा राम पतित पावन सीता राम भी गाया। धरना के व्यवस्था प्रभारी जुबैर कुरैशी ने कहा कि केंद्र सरकार हिंदु-मुस्लिम एकता को रोंदना चाहती है, मगर ऐसा हरगिज नहीं होने दिया जाएगा,संविधान को बांटने वाली सरकार को कानून वापस लेना होगा।दिल्ली शाहीन बाग की क्रांति ने पूरे देश में करीब चार सौ शाहीन बाग बनवा दिए,सलाम ऐसी बहनों को। झुंझुनू की 63 साल की चांद बीवी बोली कि मोदी जी देश को रोजगार चाहिए,रोटी चाहिए समय पर ऐसा बांटने वाला कानून नहीं चाहिए,देश में सुकून चाहिए,ना कि ऐसा संविधान विरोधी कानून।महिलाओं ने कहा कि हम देश में किसी भी स्थिति में सीएए, एनआरसी और एनपीआर लागू नहीं होने देंगे। महिलाओं ने नज्म,शेयर व शायरी,नात, कविता के जरिये अपनी बात रखी।
इस दौरान वार्ड वाईज कार्यकर्ता (वोलिंटियर) ने खिदमत कर मोर्चा संभाले रखा।

इस दौरान झुंझुनू विधायक ब्रजेंद्र ओला, इब्राहिम खान,अली हसन (बाबू भाई), अलादीन खान,मौलवी शौकत अली,एम.डी. चोपदार,लियाकत राईन,सहजाद मलवान, मतलूब चायल,आजम भाटी,पार्षद कुसुमलता पाटिल ने भी अपने विचार रखे।

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