सिंगरौली जिले के जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित करहिया खुटार चौकी अंतर्गत इन दिनों शराब माफियाओं द्वारा सारे नियमों को ताक पर रखकर मोटरसाइकिल से दिनदहाड़े देसी शराब की पेटी दूरदराज गांव तक पहुंचा रहे हैं.!
जी हां हम बात कर रहे हैं खूटार करहिया चौकी के अंतर्गत आने वाले देसी शराब दुकान की जहॉं से दुकान के मैनेजर द्वारा दूरदराज गांवों तक शराब पहुंचाया जाता है। इसका खुलासा तब हुआ जब हमारे संवाददाता खूटार मोती तारा पोखरा से जरौधी ग्राम की ओर जाने वाले एक बाईक सवार को रास्ते में दोपहर 2:00 बजे के करीब रुकवाया गया।तब देखा कि बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर 2 पेटी देसी मदिरा शराब लेकर दो युवक जा रहे थे उसी समय संवाददाता ने गाड़ी रुकवा कर जाने वाले सामग्री की जांच किया तो उसमें 2 पेटी देसी प्लेन मदिरा मौके स्थल पर बरामद हुआ।
एवं बाइक पर बैठे व्यक्ति ने कहा कि हमें क्यों रुकवा रहे हैं सर हमारे मैनेजर महोदय से संपर्क करें आए दिन दूरदराज गांवों में जाकर डिलीवरी पहुंचाने का कार्य करने वाले हम मजदूर हैं। मेन हमारे ठेकेदार हैं जो इस समय देसी शराब का ठेका लिए हुए हैं। जिनके जरिए दूरदराज गांव में शराब पहुंचाने का कार्य करवाया जाता है। यही नहीं शराब माफियाओं की दबंगई की बात करें तो खूटार मेन मार्केट में होटलों व किराना दुकान के बीच में स्थित है देसी शराब की दुकान। जहां सुबह से लेकर शाम तक हजारों नशेडीयो का जमघट लगा रहता है।
वही खूटार करहीया चौकी में पदस्थ पुलिस कर्मी ठेकेदार के इस गोरखधंधे के बारे में सब कुछ जानते हुए भी खूटार चौराहे पर बैठकर घंटों गपशप किया करते हैं। इससे यह कहना अतिशंयोक्ति नहीं होगी कि पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से शराब माफिया दूरदराज गांव में शराब की बिक्री हेतु सक्रिय हो चुके हैं। या फिर यह कहे कि शराब माफियाओं को प्रशासन ने खुली छूट दे रखी है।
वही मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति ने बताया कि आप क्या करेंगे डायल हंड्रेड को बुलाकर हमारे पास से 2 पेटी माल जप्त करवाएंगे। इसके बाद चालान होगा बस यह तो हम लोगों का रोज का धंधा है। सारे पुलिस कर्मी हमारे ठेकेदार व मैनेजर से मिलकर गुलाबी नोटों की आड़ में इस गोरखधंधे में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसके बाद व्यक्ति ने बोला कि आप हमें जाने दे अनायास पुलिस प्रशासन को बुलाएंगे और कार्यवाही करवाने की सोचेंगे लेकिन कार्यवाही नहीं हो सकती।
उक्त मामले को लेकर आए दिन कई व्यक्ति मोटरसाइकिल पर शराब लेकर दूरदराज इलाके तक पहुंचाया करते हैं। करहिया चौकी स्थित पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बन गुलाबी नोटों के दबाव बस इन माफियाओं पर कार्यवाही करने व इनकी धरपकड़ करने की कोशिश भी नहीं करते। वहीं आबकारी विभाग की बात करें तो उन तक यह मामला पहुंचता ही नहीं है, जिसके कारण उन्हें किसी
बात की भनक नहीं रहती। वहीं देसी शराब दुकान खूटार बाजार मेन मार्केट में होटल के बगल में एवं मध्यांचल ग्रामीण बैंक से चंद कदमों की दूरी पर है।
शराब माफियाओं के बढ़ते हुए हौसले को यदि समय रहते रोका नहीं गया तो आने वाले कुछ समय में दूरदराज गांवों मे खुलेआम शराब बिकना चालू हो जाएगी। जिससे वहां के युवा नशे के कारण अपना भविष्य अंधकार की ओर ले जा सकते हैं।