राजेंद्र राठौर
हिन्दी हमारी मातृभाषा है। मनुष्य की मातृभाषा उतनी ही महत्व रखती है, जितनी कि उसकी माता और मातृभूमि रखती है।
हिन्दी बोलने मात्र से भारत का बोध होता है। विश्व के किसी भी कोने में कोई हिन्दी बोलते और सुनते नजर आएंगे, तो उनका सरोकार भारत से ही होगा। हम सब भारतीय हैं।
आइए, एक कदम हम अपनी मातृभाषा हिन्दी के लिए आगे बढ़ाए, हिंदी में हस्ताक्षर करें।
इसी कड़ी में केशव इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर हिंदी में हस्ताक्षर करने का अभियान चलाया है। हमारे अभियान को अपना अभियान बनाएं। हस्ताक्षर हमारी पहचान होती है। तो क्यों न हम अपनी पहचान को अधिक समृद्ध करें। हिन्दी में हस्ताक्षर करें।