राजेंद्र राठौर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को इंदौर संभाग के झाबुआ में आयोजित लाड़ली बहना सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने इस अवसर पर कहा की बहनें अब ग़रीब नहीं रहेंगी। अपनी ज़िंदगी बदलेंगी और मजबूरी में जीवन नहीं बितायेंगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज भाषण देने नहीं अपितु बहनों से बात करने के लिए आया हूं। उन्होंने अपना संकल्प दोहराया कि बहनों की आँखों में आँसू नहीं आने दूँगा। उन्होंने बहनों से कहा कि हम ग़रीबी में जीने के लिए पैदा नहीं हुए हैं। उन्होंने आह्वान किया कि बहनें अपने परिश्रम और मध्यप्रदेश सरकार के सहयोग से अपने और अपने परिवार की दशा में बदलाव लाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने झाबुआ की धरती को प्रणाम करते हुए कहा कि यह ऐसा जिला है, जो अपनी बेटियों से भेदभाव नहीं करता। उन्होने कहा की लाड़ली बहना योजना से महिलाएँ आर्थिक रूप से सक्षम बनेंगी और उनके साथ भेदभाव ख़त्म होगा। उन्होंने आह्वान किया के बहनें स्वसहायता समूह से जुड़ें और अपनी आमदनी बढ़ाएं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महिलाओं के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं की निगरानी अब लाड़ली बहना सेना करेगी। इनकी हर महीने मीटिंग होगी। मुख्यमंत्री चौहान ने बहनों में जोश जगाया और उन्हें अपनी ताक़त की पहचान कराई। मुख्यमंत्री चौहान ने उम्मीद जतायी कि अब एक नया ज़माना आया है,जहाँ महिलाएँ अधिक सशक्त होंगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने उपस्थित सभी बहनों से आग्रह किया कि 10 जून की शाम को जब लाड़ली बहना योजना की राशि उनके खाते में आये, तो वे उत्सव ज़रूर मनाएँ। अपने घरों में एक-एक दीपक ज़रूर जलाएं। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने भावनात्मक भाषण में कहा कि वे एक वचन देते है, कि वे जिएंगे तो बहनों के लिए और कभी मरना पड़ा तो मरेंगे भी अपनी बहनों के लिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने विभिन्न विभागों अंतर्गत कुल 17.2662 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण किया।
झाबुआ में आयोजित कार्यक्रम में सांसद जी.एस.डामोर युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ.निशांत खरे इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, भानू भूरिया, कल सिंह भाबर, सुश्री निर्मला भूरिया, शांतिलाल बिलवाल, हरिनारायण सहित अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।