संत रविदास श्री राम नाम व संस्कृति के अनंत उपासक थे , वे ऐसे कर्म योगी थे जिन्होंने सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध घृणा नहीं बल्कि समरसता लाने का कार्य किया : पवैया-आंचलिक ख़बरें-मनीष गर्ग

Aanchalik Khabre
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ग्वालियर । आज भाजपा मुख्यालय मुखर्जी भवन में भाजपा अनुसूचित मोर्चा द्वारा संत रविदास जयंती सप्ताह के समापन “संगोष्ठी” में भाजपा के महाराष्ट्र सहप्रभारी व पूर्व मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने मुख्यअतिथि के तौर पर बोलते हुए कहा कि संत रविदास जगतगुरु रामानंदाचार्य की परम्परा में ऐसे सिद्ध साधक थे जिनके अर्पित किए गए भोग को स्वयं गंगा जी ने प्रकट हो कर स्वीकार किया , उनके रचित दोहे और राम नाम की सिद्धि से उत्पन्न चमत्कारों ने न केवल छुआ छूत व पाखंड को परास्त किया बल्कि मुग़ल बादशाह बाबर को भी नतमस्तक होने आना पड़ा । उन्होंने कहा कि देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बदले हुए युग में बंचितों न केवल आर्थिक स्वाबलंबन की ओर बढ़ाया बल्कि प्रयाग महाकुंभ में स्वच्छता कर्मियों के चरण धोकर और मैला ढोने की कुप्रथा को समाप्त करने शुष्क शौचालय युक्त भारत बनाकर उनका आत्मसम्मान भी बढ़ाया । उन्होंने कहा कि हिंदू समाज ट्रिपल तलाक़ और हिजाब जैसे मुद्दों पर कट्टरपंथी न होकर स्वयं को बदलने की क्षमता रखता है इसलिए सती प्रथा और छुआछूत जैसी प्रथाओं से उसने मुक्त कर लिया । श्री पवैया ने आगाह किया कि विदेश प्रेरित कुछ संस्थाएँ समाज में वैमनस्यता और घृणा उत्पन्न करने का काम कर रही हैं , ऐसे विघटन कारी करतूतों से समाधान रहना होगा ।।
इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि सर्वश्री मनीष राजोरिया,कनवर मंगलानी,राकेश खुरासिया, विनोद शर्मा,केशव सिंह मंसूरिया,राकेश माहौर,धर्मेंद्र आर्य थे।।
कार्यक्रम का संचालन मोर्चे के अध्यक्ष संतोष गोड़याले ने किया एवं आभार पोहप सिंह जाटव ने किया।।
कार्यक्रम में सर्वश्री संतोष भारती,राजेन्द्र महोबिया,सतीश खटीक,कुलदीप निधार,गोपाल जाटव,गब्बर जाटव,सुनील नगेले,नन्द किशोर माहौर,अमन वाल्मीकि, शैलेंद्र बडोरी,रवि कौशल,नरेंद्र खटीक,सरोज पवैया,निष्ठा सिंह,किरण सिंह,दीपक जोशी,अंशुमन घई, नरेन्द्र लुडेले, वृंदावन कोठारी,बलराम मंडेलिया, रोहित चावड़िया आदि बड़ी संख्या में सामाजिक बुद्धजीवी एवम महिलाएं एवम युवा उपस्थित थे।

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