29 साल बाद रीवा से आगे ट्रेन चलाने के लिये अब कुछ समय ही बचा है। रीवा से गोविन्दगढ़ तक पटरी बिछाई जा चुकी है। अब सिर्फ सीआरएस मसलन चीफ रेलवे सेफ्टी टीम के आने का इंतजार किया जा रहा है। सीआरएस के निरीक्षण के बाद ट्रैक मशीन आयेगी।
बेलास्ट की पैकिंग के बाद ट्रेन दौड़ाने पटरी पूरी तरह तैयार हो जायेगी। इन सभी प्रकिया के लिये एक माह का समय लग सकता है। जिससे माना जा रहा है कि जनवरी माह के अंत तक रीवा से गोविन्दगढ़ के लिये ट्रेन चलाई जा सकती है। इस समय पटरी में वेल्डिंग का काम किया जा रहा है। जिसमें लगभग दस दिनों का समय लगेगा। कुल मिलाकर रीवा से आगे ट्रेन चलाने की तैयारी अंतिम चरण में है। गौरतलब है कि रीवा में ट्रेन 1993 में आई थी। तब से अभी तक एक दर्जन ट्रेनों का संचालन होने लगा है। लेकिन ट्रेन रीवा के आगे नहीं बढ़ी। अब वह समय नजदीक आ गया है, जब रीवा से ट्रेन आगे चलाई जा रही है। बताया गया है कि रीवा से गोविन्दगढ़ तक ट्रेन चलाने की योजना पहले दिसम्बर माह में थी। लेकिन तैयारी न हो पाने की वजह से तय समय कौन सी ट्रेन भेजी जाएगी, तय नहीं
रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच ट्रेन चलाने की में जुटा रेलवे अभी यह तय नहीं कर पाया है कि रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच कौन सी ट्रेन चलाई जायेगी।
स्टेशन में
दिन भर खड़ी ट्रेनों में से कोई ट्रेन को रीवा-गोविन्दगढ़ के बीच चलाया जायेगा या फिर कोई नई ट्रेन इस ट्रैक पर दौड़ाई जायेगी,
गौरतलब है कि रीवा- सीधी रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत प्रथम चरण में रीवा से गोविन्दगढ़ तक ट्रेन का संचालन किया जाना है। पटरियों में वेल्डिंग के बाद चीफ रेलवे सेफ्टी टीम यहां आकर यह तय करेगी कि ट्रैक 1 में अभी क्या कमी है। यदि कमी नहीं मिली तो यहां ट्रैक मशीन भेजी जायेगी। इस ट्रैक मशीन से पटरियों के नीचे बिछाई गई बेलास्ट की पैकिंग की जायेगी। इसके बाद रेलवे के अधिकारियों की टीम फिर ट्रैक का निरीक्षण करेगी। ट्रैक यदि पूरी तरह तैयार मिला तो रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच ट्रेन के संचालन को हरी झण्डी मिल जायेगी।
दोनों स्टेशनों का निर्माण पूरा
रीवा – गोविन्दगढ़ के मध्य आने वाले दोनों रेलवे स्टेशनों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। गौरतलब है कि सिलपरा और गोविन्दगढ़ में रेलवे स्टेशन का निर्माण किया गया है। बताया गया है कि इन दोनों रेलवे स्टेशन में अभी स्टाफ नहीं आया है। रेलवे इन दोनों स्टेशनों में स्टाफ की शिटिंग की तैयारी कर रहा है।