किसानों को परेशान करने की सरकारी साजिश कांग्रेस महासचिव
रामभाई मेहर..
किसान को बैकों में ओवरड्यू होने का डर
बैरसिया::कांग्रेस महासचिव एब राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि राम भाई मेहर ने बताया की क्षेत्र में इन दिनों हर एक किसान हैरान- परेशान नजर आ रहा है। पहले स्लॉट बुकिंग के माध्यम से गेंहूँ की तुलाई निर्धारित समय के अनुसार न होना और जैसे-तैसे अनियमितता और भ्रष्टाचार के बीच किसान ने अपनी तुलाई करवा भी ली तो..अब तुलाई के बाद शिवराज सरकार के ही नियमानुसार 7 दिन के अंदर किसान के बैंक खाते में सीधे पेमेंट होना चाहिए,वो नहीं हो रही है। जिन किसानों की तुलाई 4 अप्रैल को हो गई थी उनका भुगतान आज दिनाँक तक सरकार नहीं कर रही है। बैरसिया क्षेत्र में किसान कम दाम में अपनी फसल कृषि उपज मंडी में निजी व्यापारियों को बेचने को मजबूर हो रहे है। कारण पूछने पर किसानो ने कांग्रेस महासचिव राम भाई मेहर को बताया कि भैया हमारे घर शादी-विवाह है।खरीदारी करनी है।सोना-चांदी कपड़े किराना और अन्य भी कई निजी जरूरतों के सामान जिन सेठों से हम खरीदते हैं। और उनका साल के साल हिसाब करते हैं। उन सब को पैसा देना है एवं कृषक सोसायटी से फसल एवं खाद-बीज ऋण जमा करने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल थी।जो की निकल चुकी है,ये तिथि भी शिवराज सरकार नही बढ़ा रही है। जिससे हमको ओवरड्यू होने का डर सता रहा है। इसलिए मजबूर होकर हम हमारी फसल कम दाम पर निजी व्यापारियों को बेच रहे हैं। कांग्रेस महासचिव राम भाई मेहर का कहना है कि जब से किसानों की एकता के बल पर मोदी सरकार को तीनों काले कृषि कानून वापस लेने पड़े हैं,तब से सरकार किसानों को परेशान करने में लगी है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी में सेवा सहकारी समिति के संचालकों द्वारा तुलाई एवं भुगतान में हो रही देरी। जिससे किसान मजबूर होकर मंडी में लाइसेंस धारी निजी व्यापारियों के पास जाकर अपनी फसल बेचने को मजबूर हो जाए और एक दो साल किसानों को सरकारी खरीदी में इसी तरह से परेशान करके शिवराज सरकार पूरी तरह से किसानों को निजी लाइसेंस धारी व्यापारियों के हवाले कर देगी। सरकार पर बड़े-बड़े उद्योगपतियों का दबाव आज भी कायम है क्योंकि उद्योगपति अब कृषि क्षेत्र में भी भारी मुनाफे के साथ एक तरफा अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहते हैं।।