मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका सुरेंद्र
झुंझुनू। उदयपुरवाटी के निकटवर्ती मंडावरा गांव का अध्यापक सुरेंद्र खारडिया इस वैश्विक महामारी के दौरान मां के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सका । लगभग 600 किलोमीटर दूर झालावाड़ के मनोरहरपुर में गत 7 वर्ष से अध्यापक के पद पर कार्यरत मंडावरा के सुरेन्द्र खारड़िया की मां का सुबह देहांत हो गया। वह 6 महीने से बीमार थी।उनकी सांस की दिक्कत थी। लोक डाउन के चलते डॉ को समय-समय पर नहीं दिखा पाए और दवा से ही काम चलाना पड़ा 20 दिन पहले ही छोटे बेटे देवेन्द्र खारड़िया ने सीकर से दवा लाकर दी थी। आज सुबह ही श्वास की दिक्कत ज्यादा हो गई तो देवेन्द्र सीकर डॉक्टर को दिखाने के लिए गाड़ी लेने गया ओर जब घर वापस आया तो मां दम तोड़ चुकी थी। अध्यापक सुरेन्द्र खारड़िया भी लोक डाउन के चलते अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका। भीमसेना तहसील अध्यक्ष सुरेश खारड़िया मण्डारा ने वीडियो कॉल के जरिए ही उनकी मांता के अंतिम दर्शन कराये । अध्यापक सुरेन्द्र खारड़िया ने कहा कि देश में बढ़ रही कोरोनावायरस जैसी महामारी से देश जूझ रहा है। इसलिए देश की सेवा ही मेरे लिए प्रथम प्राथमिकता है।