नगर पंचायत ओंकारेश्वर का मामला –
सिंहस्थ 2016 के पूर्व मार्कंडेय सन्यास आश्रम के पिछे बने नविन श्मशान घाट के शैड के आधे हिस्से की भूमि पर कब्जा विगत 2 वर्षों से जमाये रखा हैं जहां एक तरफ प्रदेश सरकार पंचायती राज विभाग की मदद से हर वर्ष ग्राम पंचायतों में कराए जाने वाले विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपए खर्च करती है, वहीं दूसरी तरफ यह पैसा सिर्फ कागजों पर ही खर्च होता है। जमीनी तौर पर कोई भी कार्य ठीक से नहीं किया जाता है। ऐसा ही एक मामला ओंकारेश्वर नगर पंचायत अंतर्गत बने श्मशान घाट को लेकर सामने आया। उक्त भूमि वनविभाग की है जिस पर अनुबंध से ज्यादा ठेकेदार द्वारा किया गया जिस पर सभी विभाग मोन है।