झुंझुनू। नगर सभापति पद के लिए आज फार्म की सवींक्षा के बाद 5 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं जिनमें भाजपा से बतुला,सविता निर्दलीय,शिखा शर्मा भाजपा प्रतिस्थानी अभ्यर्थी के रूप में व पूर्व सभापति खालिद हुसैन की पत्नी नाजिमा मैदान में डटे हुए हैं। आज सभापति पद के लिए आए नामांकन वापसी लेने का अंतिम दिन है।सूत्रों के अनुसार इस बार कांग्रेस का बोर्ड बनना लगभग तय माना जा रहा है।कांग्रेस से नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन तैयब अली की पुत्रवधू नगमा बानो को स्थानीय विधायक बृजेंद्र ओला का समर्थन प्राप्त है वहीं भाजपा इस बार कोई करिश्मा करने से चुक गई। जिसकी बदौलत नगर पार्षद मात्र 10 ही जीत पाई भाजपा 16 निर्दलीय पार्षदों के समर्थन मिलने के भरोसे व कांग्रेस के कुछ पार्षद टूट कर उनके खेमे में आ जाए इसी रणनीति के तहत उन्होंने अपने दांव पेंच लगाने चालू कर दिए हैं। वहीं शहरी सरकार के लिए चुने गए 60 पार्षद सभी बाड़ाबंदी के तहत दोनों ही प्रमुख दल अपने कब्जे में मानकर चल रहे हैं।जानकारों के अनुसार आज मैदान में सिर्फ दो ही प्रत्याशी मैदान में रह जाएंगे बाकी अन्य दावेदार कल अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। जिससे यहां भाजपा व कांग्रेस में सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा जहां तक कांग्रेस पार्टी की बात है वहां तक स्थानीय विधायक बृजेंद्र ओला ने डैमेज होती हुई कांग्रेस को बचाने में काफी हद तक महारत हासिल कर चुके हैं फिर भी राजनीति में किसी भी संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। भाजपा को जहां उम्मीद निर्दलीय व कांग्रेस के कुछ पार्षदों के टूटने की है वहीं कांग्रेस बाड़ेबंदी करके अपने पार्षदों को सुरक्षित रखने में ज्यादा यकीन कर रही है। क्योंकि झुंझुनू नगर परिषद के हुए चुनाव में 60 में से कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलते हुए 34 पार्षद कांग्रेस जीतकर आये।जबकि सभापति पद के लिए जादुई आंकड़ा 31 ही है।फिर भी भाजपा व कांग्रेस में रस्साकशी जारी है।26 नवम्बर को पार्षद चुनेंगे अपना नया नगर सभापति।बहरहाल अबकी बार महिला सभापति के तौर पर पहली दफा किसी अल्पसंख्यक महिला की ताजपोशी होने की संभावना को इंकार नहीं किया जा सकता।