सीएए,एनआरसी और एनपीआर के विरोध में संविधान बचाओ संघर्ष मोर्चा द्वारा विगत 10 जनवरी से जारी सत्याग्रह में शामिल होने कई बड़े राजनेता और मशहूर हस्तियां भी उनके समर्थन में पहुंच रहे है।भाकपा माले सदस्य कविता कृष्णन आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता अख्तरुल इस्लाम शाहीन के अलावे देश के जाने माने शायर इमरान प्रतापगढ़ी भी सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे।इमरान प्रतापगढ़ी को सुनने के लिए काफी संख्या में लोग भारी ठंड के बीच भी देर रात तक डटे थे।इमरान ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और खासकर गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह तो वास्तव में तानाशाह है।इमरान ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे देश भर में सीएए और एनआरसी के खिलाफ उठ रहे आवाज को दबाने के लिए अमित शाह औऱ उनका पुलिस प्रशासन तानाशाही रवैया अपना रही है।लेकिन उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि छात्रों औऱ संविधान को मानने वाले लोगो का आंदोलन कतई प्रशासन के खिलाफ नही है बल्कि इस देश के शासन के खिलाफ है। इसलिए प्रशासन को भी चाहिए कि वे जनता के साथ खड़े रहे।वहीं उन्होंने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर का सीधा अर्थ यह है कि पहले जनता सरकार चुनती थी, इस कानून को लागू होते ही अब सरकार जनता को चुनेगी। इसे भारत जैसा सेकुलर देश कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता। इसलिए आज जरूरत है कि संविधान की हिफाजत के लिए देश के तमाम बुद्धिजीवियों को एक साथ खड़े होने की जरूरत हैं ।