विदिशा// मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले आयाम विषय पर आधारित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार आज शनिवार को शासकीय कन्या महाविद्यालय विदिशा में संपन्न हुआ।
सेमिनार के अंतिम दिन प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में सीआईएई, भोपाल डॉ मनोज त्रिपाठी उपस्थित रहे। डॉ त्रिपाठी एल्सवियर द्वारा प्रकाशित सूची में विश्व के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल रहे हैं। उन्होंने आहार संबंधित अपने शोध को प्रस्तुत करते हुए बताया कि यदि हम अपने आहार-व्यवहार पर ध्यान रखें, तो हमारा आहार ही औषधीय गुणों से युक्त हो जाता है। इसके लिए कहीं दूर जाने की भी आवश्यकता नहीं है, बल्कि हमारी रसोई में नित्य उपलब्ध रहने वाली सामग्री का समुचित उपयोग करना आना चाहिए।
इस अवसर पर अटल बिहारी वाजपेई शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डॉ प्रियंका वर्मा ने नाक, कान और गले से संबंधित समस्याओं और उसके निदान पर विस्तृत प्रकाश डाला।
सेमिनार के दूसरे दिन जिला अस्पताल विदिशा से डॉ निर्मला तिवारी, एसएसएल जैन महाविद्यालय विदिशा से डॉ संगीता जैन, श्रीमती प्रीति बाला जैन, श्रीमती पूर्णिमा श्रीवास्तव, श्रीमती कविता नागले ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।
समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ कमल चतुर्वेदी ने कहा कि इसका विषय बहुत उपयोगी और जरूरी है। आज के समय में स्वास्थ्य की समस्या से लोग जूझते देखे गए हैं। स्वास्थ्य है, तो सब है। इस दृष्टि से यह महत्त्वपूर्ण आयोजन है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ मंजू जैन ने अतिथियों को समृतिचिह्न देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार सोद्देश्यपूर्ण और सार्थक रहा। इसके लिए संयोजक और पूरी टीम बधाई के पात्र हैं।
सेमिनार का संयोजन डॉ सी.विजय खेस्स तथा संचालन प्रो. रवि रंजन ने किया। सचिव डॉ आरती मल्होसिया के औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन से सेमिनार संपन्न हुआ। जिसमें महाविद्यालय के समस्त स्टाफ का सक्रिय सहयोग रहा।