पन्ना जिले के अजयगढ़ कि केन नदी में हो रहा रेत का ब्यापक पैमाने पर अवैध उत्खनन,और परिवहन.
प्रशासन और सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की शह पर पर हो रहा रेत का अवैध उत्खनन परिवहन, को रोकपाने मे प्रशासन नाकाम।
सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में अवैध उत्खनन और, परिवहन का खेल लगातार जारी है. पन्ना के अजयगढ़ क्षेत्र में केन नदी में दिन-रात खनन माफिया नदी की धार रोककर, बीच नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं. हालांकि इन रेत माफियाओं को प्रशासन का डर इसलिए नहीं है, क्योंकि यह पुलिस से लेकर अधिकारी और नेताओं को बकायदा इसका नजराना भी दे देते हैं. ऐसे आरोप अजयगढ़ में रहने वाले कांग्रेस के क्षेत्रीय दिग्गज नेता भरत मिलन पांडेय ने लगाए हैं, जरा आप भी सुनिए कि किस तरह से रेत के खेल में प्रशासन से लेकर राजनीतिक पार्टी के लोग भी शामिल है, ऐसे आरोप लगाए गए हैं । जब कि रेत खदानें शासन से बंद होने के बाद भी रेत का अवैध खनन जारी रहा, तभी प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कैन नदी मे पहुंच कर, अवैध खनन का मौके पर मुआयना किया था पाया कि, बडे पैमाने पर अवैध खनन किया गया है। लेकिन उनके वापस जाने के बाद ही पुनः रेत माफिया सक्रिय हो गए अवैध खनन करने लगे जो निरंतर जारी है । जबकि दो दिन पहले ही रेत खदानों कि निलामी मे खदान चालू हुई है । परंतु रेत की चोरी निरंतर चलरही है ।
हालांकि यह सही है की पन्नाकी अजयगढ़ में दिन-रात खनन माफिया रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं, चदोरा ,जिगनी, रामनई, वरकोला, बीरा, धरमपुर, सहित करीब 1 दर्जन से अधिक रेत कि खदानों में खनन माफिया अपना डेरा डाले हुए हैं और वह प्रशासन की नाक के नीचे खुलेआम सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का चूना लगा रहे हैं । कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही है लेकिन अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे ।
जब हमने इस बारे में पन्ना जिले के अधिकारियों से बात करनी चाही तो, उन्होंने कैमरे के पर आने से साफ मना कर दिया, लेकिन ऑफ कैमरा यह जरूर कहा कि, अगर अवैध उत्खनन हो रहा है, शिकायतें भी मिल रही है तो इस पर हम कार्रवाई जरूर करेंगे.